कई द्या कृपा माई,अपने भगत पै
परी हम पौवां तोहार हो।।
पूजा न जानी माई अरजी न जानी,नाहीं जानी अस्तुति तोहार हो।
तोहरे सहारे माई, मैं व्रत ठान्यों पूरी करा असरा हमार हो।।
आजु मैं आई......
ऊँचे
पहड़वा पै, तोहरा-मंदिरवा आवा माई सिंह सवार हो।
मैं दुखियारी माई कष्ट मिटावा दै के
तू प्यार-दुलार हो ।।
आजु मैं आयी माई......
नाहीं देखात माई, केहू कर असरा एकै
भारोसा तोहार हो। जिनके करन माई, आयी मंदिरवा उहै पुरवावा हमार हो।।
आजु मैं आई माई.......
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