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शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

सोहर कान्हा जनम

नवटर वेश चतुर्भुज बँसिया  सुहावनि हो ।

सखिया जनमें हैं कंस जेहलिया महलिया नंद सोहर हो ।


वहि रे जशोदा के मंदिरवा रुदन करैं कान्हा हो ।

सखिया सुनि बाबा नंद जी धावैं मोहरिया लुटावैं हो।


चेरी दौरि के देंय सनेस गोतिनि सब धावैं हो।

सखिया हींकि भरि देंय अशीष ललन मुख निरखैं हो ।


चहुँ दिश मंगल शोर सुहावन लागै गोकुल हो।

साखिया नंद बजावैं ढोल तासा लुटावै अन-धन सोनवाँ हो।


जे गावै मंगल सोहर उहै सुख पावै हो।

सखिया जनम-जनम फल पावै लवटि नाहिं आवै हो।



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