मित्रों एक कजरी निवेदित हूँ _
भउजी भइया के आनय पठाय द्या
हमके माँगय ल्या ना ।
सुन ल्या हमरा सन्देश,ससुरे बहुतै कलेश
हमका मइके कै सुखवा देवाय द्या
हमके माँगय ल्या ना ।
भउजी मैके जब आइत, साथे कजरी गाइत
अपने बगिया माँ झूला डराय द्या
हमके माँगय ल्या ना ।
ननदी आवा थई मैके,घर मा ताला अपने दैके
मोरी सखियन से भउजी बताय द्या
हमके माँगय ल्या ना ।
भोरहिं भैया के पठावा,तनिकौ देर न लगावा
भौजी जियरा का मोरे हरसाय द्या
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें